अरहर और तुअर दाल

Cajanus cajan


पानी देना
निम्न

जुताई
प्रत्यक्ष बीजारोपण

कटाई
115 - 155 दिन

श्रम
निम्न

सूरज की रोशनी
पूर्ण सूर्य

pH मान
5 - 8.5

तापमान
22°C - 30°C

उर्वरण
निम्न


अरहर और तुअर दाल

परिचय

अरहर की खेती हज़ारों सालों से की जाती रही है और यह प्रोटीन का प्रमुख स्रोत है। इसे अक्सर अनाज या अन्य फलीदार पौधों के साथ उगाया जाता है। उर्वरक, सिंचाई और कीटनाशकों की कम ज़रूरत के कारण आमतौर पर इसकी खेती सीमांत भूमि पर की जाती है। सूखे के प्रति इसकी प्रतिरोधक क्षमता के कारण, यह उन फसलों का एक अच्छा विकल्प है जो अक़्सर असफल रहती हैं, जैसे कि मक्का।

देखभाल

देखभाल

अरहर को बीज से उगाया जाता है। इसे अक्सर ज्वार, मूंगफली, तिल, कपास, बाजरा या मक्का के साथ उगाया जाता है। नाइट्रोजन उर्वरक डालने पर अरहर बहुत कम प्रतिक्रिया दिखाता है। स्थान और बुवाई के समय के आधार पर, पुष्पण 100 दिन से शुरू होकर 430 दिन तक हो सकता है। आमतौर पर, अरहर को ज़्यादा उर्वरक की ज़रूरत नहीं पड़ती है, लेकिन यदि मिट्टी में सल्फ़र की कमी हो, तो इसे डालने पर यह अच्छी प्रतिक्रिया देता है।

मिट्टी

अरहर मिट्टी की परिस्थितियों और प्रकारों की एक व्यापक श्रृंखला में उग सकता है। परंतु, यह अच्छी तरह से सूखी, मध्यम भारी, दोमट मिट्टी पसंद करता है और जल भराव वाली भूमि को सहन नहीं कर सकता है।

जलवायु

अरहर सूखा प्रतिरोधक है और 650 मिमी से कम वार्षिक वर्षा वाले क्षेत्रों में उग सकता है। यह 18 से 29 डिग्री सेल्सियस के तापमान पर सबसे अच्छा बढ़ता है। यह जलभराव और ठण्ड के प्रति संवेदनशील है। मिट्टी का तापमान अरहर के बीज के अंकुरण को प्रभावित कर सकता है। अगर इसे सीधे ज़मीन में बोया जाता है, तो 60 डिग्री फ़ारेनहाइट पर अरहर दो हफ़्तों में अंकुरित हो जाएगा।

संभावित बीमारियां

अरहर और तुअर दाल

इसके विकास से जुड़ी सभी बाते प्लांटिक्स द्वारा जानें!


अरहर और तुअर दाल

Cajanus cajan

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परिचय

अरहर की खेती हज़ारों सालों से की जाती रही है और यह प्रोटीन का प्रमुख स्रोत है। इसे अक्सर अनाज या अन्य फलीदार पौधों के साथ उगाया जाता है। उर्वरक, सिंचाई और कीटनाशकों की कम ज़रूरत के कारण आमतौर पर इसकी खेती सीमांत भूमि पर की जाती है। सूखे के प्रति इसकी प्रतिरोधक क्षमता के कारण, यह उन फसलों का एक अच्छा विकल्प है जो अक़्सर असफल रहती हैं, जैसे कि मक्का।

मुख्य तथ्य

पानी देना
निम्न

जुताई
प्रत्यक्ष बीजारोपण

कटाई
115 - 155 दिन

श्रम
निम्न

सूरज की रोशनी
पूर्ण सूर्य

pH मान
5 - 8.5

तापमान
22°C - 30°C

उर्वरण
निम्न

अरहर और तुअर दाल

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देखभाल

देखभाल

अरहर को बीज से उगाया जाता है। इसे अक्सर ज्वार, मूंगफली, तिल, कपास, बाजरा या मक्का के साथ उगाया जाता है। नाइट्रोजन उर्वरक डालने पर अरहर बहुत कम प्रतिक्रिया दिखाता है। स्थान और बुवाई के समय के आधार पर, पुष्पण 100 दिन से शुरू होकर 430 दिन तक हो सकता है। आमतौर पर, अरहर को ज़्यादा उर्वरक की ज़रूरत नहीं पड़ती है, लेकिन यदि मिट्टी में सल्फ़र की कमी हो, तो इसे डालने पर यह अच्छी प्रतिक्रिया देता है।

मिट्टी

अरहर मिट्टी की परिस्थितियों और प्रकारों की एक व्यापक श्रृंखला में उग सकता है। परंतु, यह अच्छी तरह से सूखी, मध्यम भारी, दोमट मिट्टी पसंद करता है और जल भराव वाली भूमि को सहन नहीं कर सकता है।

जलवायु

अरहर सूखा प्रतिरोधक है और 650 मिमी से कम वार्षिक वर्षा वाले क्षेत्रों में उग सकता है। यह 18 से 29 डिग्री सेल्सियस के तापमान पर सबसे अच्छा बढ़ता है। यह जलभराव और ठण्ड के प्रति संवेदनशील है। मिट्टी का तापमान अरहर के बीज के अंकुरण को प्रभावित कर सकता है। अगर इसे सीधे ज़मीन में बोया जाता है, तो 60 डिग्री फ़ारेनहाइट पर अरहर दो हफ़्तों में अंकुरित हो जाएगा।

संभावित बीमारियां